एकादशी Ekadashi

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Q.एकादशी के व्रत के दिन क्या क्या खाना चाहिए?

Ans.वहीं, शास्त्रों के अनुसार एकादशी के दिन इन वस्तुओं और मसालों का प्रयोग व्रत के दौरान कर सकते हैं- एकादशी के व्रत में ताजे फल, मेवे, चीनी, कुट्टू, नारियल, जैतून, दूध, अदरक, काली मिर्च, सेंधा नमक, आलू, साबूदाना, शकरकंद आदि खा सकते हैं. एकादशी व्रत का भोजन सात्विक होना चाहिए.

Q.एकादशी व्रत कैसे किया जाता है?

Ans.ये हैं एकादशी व्रत-उपवास के नियम…

  1. * एकादशी के दिन प्रात: लकड़ी का दातुन न करें, नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और अंगुली से कंठ साफ कर लें, वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी ‍वर्जित है। …
  2. * भगवान विष्णु का स्मरण कर प्रार्थना करें और कहे कि- हे त्रिलोकीनाथ! …
  3. वैष्णवों को योग्य द्वादशी मिली हुई एकादशी का व्रत करना चाहिए।

Q.एकादशी क्यों मनाया जाता है?

Ans.इसे पवित्रा एकादशी भी कहा जाता है. संतान प्राप्ति की कामना के लिए इस व्रत का खास महत्व माना जाता है. … ये व्रत रखने समस्त पापों का नाश होता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है.

Q.एकादशी व्रत में क्या फलाहार करना चाहिए?

Ans.व्रत के पहले दिन (दशमी को) और दूसरे दिन (द्वादशी को) हविष्यान्न (जौ, गेहूं, मूंग, सेंधा नमक, कालीमिर्च, शर्करा और गोघृत आदि) का एक बार भोजन करें। 10 फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए। 11 आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए।

Q.एकादशी महीने में कितनी बार आती है?
Ans.एकादशी व्रत हर एकादशी तिथि को रखा जाता है, जो कि एक महीने में दो बार आती है. एक एकादशी कृष्ण पक्ष में और दूसरी एकादशी शुक्ल पक्ष में. जुलाई महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी और शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहते हैं. एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है
Q.देवशयनी एकादशी का क्या महत्व है?
Ans.इसलिए देवउठनी एकादशी के दिन जब जगत के पालनहार भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं, तब शुभ कार्यों की शुरुआत होती है. धार्मिक रूप से भगवान विष्णु के शयन की शुरुआत आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी से मानी जाती है, इसीलिए इसे देवशयनी एकादशी कहा जाता है
Q.एकादशी क्यों मनाया जाता है?
Ans.इसे पवित्रा एकादशी भी कहा जाता है. संतान प्राप्ति की कामना के लिए इस व्रत का खास महत्व माना जाता है. … ये व्रत रखने समस्त पापों का नाश होता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है.
Q.शुक्ल पक्ष का एकादशी कब है?

Ans.परिवर्तनी एकादशी 2021 ​मुहूर्त

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 16 सितंबर दिन गुरुवार को सुबह 09 बजकर 36 मिनट से हो चुका है। इसका समापन अगले दिन 17 सितंबर दिन शुक्रवार को प्रात: 08 बजकर 07 मिनट पर होगा।

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