सूर्य Surya

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Q.सूर्य भगवान कौन है?

Ans.सूर्य को वेदों में जगत की आत्मा कहा गया है। समस्त चराचर जगत की आत्मा सूर्य ही है। सूर्य से ही इस पृथ्वी पर जीवन है, यह आज एक सर्वमान्य सत्य है। वैदिक काल में आर्य सूर्य को ही सारे जगत का कर्ता धर्ता मानते थे।

Q.सूर्य के ऊपर क्या है?

Ans.सूर्य हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा पिंड है और उसका व्यास लगभग १३ लाख ९० हज़ार किलोमीटर है जो पृथ्वी से लगभग १०९ गुना अधिक है। ऊर्जा का यह शक्तिशाली भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है।

सूर्य

अवलोकन आंकड़े
हाइड्रोजन73.46%
हीलियम24.85%
ऑक्सीजन0.77%
कार्बन0.29%

Q.सूर्य का प्रकाश क्या कहलाता है?

Ans.सूर्य के केंद्र में हर सेकंड 700 मिलियन टन हाइड्रोजन न्यूक्लियर विखंडन के कारण हीलियम में बदल जाता है। जिससे एक ऐसी शक्ति उत्पन्न होती है जिसे फोटोन कहा जाता है। इससे ही सूर्य का प्रकाश बनता है।

Q.सूर्य साधना कैसे करें?

Ans.सनातन परंपरा में प्रत्यक्ष देवता सूर्य की साधना-उपासना शीघ्र ही फल देने वाली मानी गई है। सूर्यदेव की पूजा के लिए सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें। इसके पश्चात् उगते हुए सूर्य का दर्शन करते हुए उन्हें ॐ घृणि सूर्याय नम: कहते हुए जल अर्पित करें। सूर्य को दिए जाने वाले जल में लाल रोली, लाल फूल मिलाकर जल दें।

Q.सूर्य भगवान के कितने पुत्र हैं?

Ans.दोनों पत्नियों से सूर्यदेव को सात पुत्र और दो पुत्री हुई थी। संज्ञा से ताप्ती और छाया से यमुना जो नदी रूप में धरती पर विराजमान हैं

Q.सूर्य ग्रह की उत्पत्ति कैसे हुई?

Ans.पौराणिक कथा के अनुसार, पहले यह सम्पूर्ण जगत प्रकाश रहित था. उस समय कमलयोनि ब्रह्मा जी प्रकट हुए. उनके मुख से प्रथम शब्द ॐ निकला जो सूर्य का तेज रुपी सूक्ष्म रूप था. … ये वेद स्वरूप सूर्य ही सृष्टि की उत्पत्ति,पालन व संहार के कारण हैं.

Q.सूर्य का महत्व क्या है?

Ans.सूर्य एक प्राकृतिक चिकित्सालय है। सूर्य की सप्तरंगी किरणों में अद्भुत रोगनाशक शक्ति है। सुबह से शाम तक सूर्य अपनी किरणों, जिनमें औषधीय गुणों का अपार भंडार है, अनेक रोग उत्पादक कीटाणुओं का नाश करता है। टीबी के कीटाणु उबलते पानी से भी जल्दी नहीं मरते, वे सूर्य के तेज प्रकाश से शीघ्र नष्ट हो जाते हैं।

Q.सूर्य की उम्र कितनी है?

Ans.4.603E9 वर्ष

Q.सूर्य का सबसे नजदीक ग्रह कौन है?

Ans.वैज्ञानिकों ने सूर्य के सबसे नजदीकी ग्रह बुध की कक्षा में पृथ्वी से भेजे एक अंतरिक्ष यान को स्थापित करने में कामयाबी हासिल कर ली है. नासा का खोजी यान बुध के दीर्घवृत्ताकार कक्षा में गुरुवार को पहुंच गया है.

Q.बुध कितने दिनों में सूर्य की एक परिक्रमा पूर्ण करता है?

Ans.बुध (Mercury), सौरमंडल के आठ ग्रहों में सबसे छोटा और सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह है। इसका परिक्रमण काल लगभग 88 दिन है।

Q.क्या सूर्य भी घूमता है?

Ans.पहली – सूरज पर दिखाई देने वाले धब्बों के अध्ययन के आधार पर यह समझ में आता है कि सूरज अपनी धुरी पर घूमता है। दूसरी बात – सूरज धरती का चक्कर नहीं लगाता बल्कि धरती सूरज के चारों ओर चक्कर लगाती है। इस तरह उन्होंने कॉपरनिकस के मॉडल यानी सूर्य केन्द्री सिद्धान्त की पैरवी की।

Q.सूर्य का द्रव्यमान पृथ्वी से कितना गुना है?

Ans.सूर्य का द्रव्यमान 1.989×1030 kilograms है, यह द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान से 3,30,000 गुना अधिक है।

Q.सूर्य देव का मंत्र क्या है?

Ans.भगवान सूर्य के मंत्र:

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।। … ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ । 5. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ।

Q.सूर्य भगवान की पूजा कब करनी चाहिए?

Q.सूर्य मंत्र कितने प्रकार के होते हैं?
Ans.सूर्य के इन 12 नामों का करें जाप
1- ॐ सूर्याय नम:।
2- ॐ मित्राय नम:।
3- ॐ रवये नम:।
4- ॐ भानवे नम:।
5- ॐ खगाय नम:।
6- ॐ पूष्णे नम:।
7- ॐ हिरण्यगर्भाय नम:।
8- ॐ मारीचाय नम:।
9- ॐ आदित्याय नम:।
10- ॐ सावित्रे नम:।
11- ॐ अर्काय नम:।
12- ॐ भास्कराय नम:।
Q.सूर्य देव का कौन सा दिन होता है?
Ans.आइए जानते हैं किस देवी-देवता और ग्रहों के लिए कौन सा दिन हैं और कैसे पूजन करने से श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती है… रविवार: रविवार सूर्य देव का दिन है। इस दिन भगवान भाष्कर को जल अर्पित कर व्रत रखना चाहिए। घी-तेल और नमक से परहेज करना शुभ फल देता है।
Q.सूर्यदेव के सारथी अरुण के भाई का क्या नाम है?
Ans.वाल्मीकि रामायण के अनुसार, भगवान सूर्यदेव का रथ चलाने वाले सारथी का नाम अरुण है। इनकी माता का नाम विनता और पिता का नाम महर्षि कश्यप है। भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ अरुण के छोटे भाई हैं। धर्म ग्रंथों में अरुण की दो संतानें बताई गई हैं, जटायु और संपाति।
Q.सूर्य देव किसका पुत्र था?

Ans.ऐसे बने आदित्य –

सूर्य देव के जन्म की यह कथा भी काफी प्रचलित है। इसके अनुसार ब्रह्मा जी के पुत्र मरिचि और मरिचि के पुत्र महर्षि कश्यप थे।

Q.भूत कितने दिनों में सूर्य की एक परिक्रमा पूर्ण करता है?
Ans.इसे संदेशवाहक देवता का नाम इस कारण मिला क्योंकि यह ग्रह आकाश में काफी तेजी से गमन करता है, लगभग 88 दिन में अपना एक परिक्रमण पूरा कर लेता है।
Q.सूर्य भगवान के रथ में कितने घोड़े थे?
Ans.दरअसल भगवान सूर्य जिस सात घोड़े वाले रथ पर सवार रहते हैं उसके संबंध में धार्मिक ग्रंथों में कई पौराणिक कहानियां प्रचलित हैं। सूर्यदेव के रथ को संभालने वाले इन सात घोड़ों के नाम- गायत्री, भ्राति, उष्निक, जगती, त्रिस्तप, अनुस्तप और पंक्ति हैं।
Q.सूर्य भगवान की पुत्री का क्या नाम था?
Ans.सूर्य पुत्री विष्टि भद्रा नाम से नक्षत्र लोक में प्रविष्ट हुई। भद्रा काले वर्ण, लंबे केश, बड़े-बड़े दांत तथा भयंकर रूप वाली कन्या है। भद्रा गधे के मुख और लंबे पूंछ और तीन पैरयुक्त उत्पन्न हुई। शनि की तरह ही इसका स्वभाव भी कड़क बताया गया है।
Q.सूर्य भगवान की पत्नी कौन है?
Ans.भगवान सूर्य का विवाह विश्वकर्मा की पुत्री संज्ञा से हुआ। विवाह के बाद संज्ञा ने वैवस्वत और यम नामक दो पुत्रों और यमुना नामक एक पुत्री को जन्म दिया। संज्ञा बड़े कोमल स्वभाव की थी, जबकि सूर्य देव प्रचंड तेजवान थे।
Q.सूर्य देव की बहन कौन थी?
Ans.पूजा का आरंभ पहले दिन नहाय खाय के साथ होता है। छठी देवी को सूर्य देव की मानस बहन माना गया है, इसलिए इस मौके पर भगवान भास्‍कर की अराधना पूरी निष्‍ठा व परंपरा के साथ की जाती है।
Q.सूर्य प्रतिमा कहाँ लगाए?
Ans.मूर्ति रखना चाहते हैं तो घर में या मंदिर की उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना शुभ रहता है। > सूर्य देव के साथ सात घोड़ों की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है। इस तस्वीर को पूर्व दिशा में ही लगाना चाहिए।
Q.सूर्य को जल देने का सही समय क्या है?
Ans.– सूर्य को जल हमेशा सुबह के समय जल्द से जल्द देना फायदेमंद होता है. सूर्य की रौशनी तेज हो या चुभने लगे तब जल देने से कोई लाभ नहीं होता है. सूर्य को जल देने के बाद ऊं आदित्य नम: मंत्र या ऊं घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. – सूर्य को जल देते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर ही होना चाहिए.
Q.सूर्य को भास्कर क्यों कहा जाता है?
Ans.आदिदेव होने के कारण सप्ताह की शुरुआत भी रविवार से होती है। इस कारण भगवान भास्कर को रवि नाम से जाना जाता है।
Q.ऋग्वेद में सूर्य देवता किसका पुत्र था?

Ans.ऋषि पुत्र सूर्य

सभी देवता अदिति के ही पुत्र थे और सूर्य उनके नायक बने और असुरों का संहार किया।

Q.सूर्य की परिक्रमा पृथ्वी कितने दिन में करती है?
Ans.पृथ्वी की दैनिक गति की वजह से ही दिन और रात होते हैं. (6) पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमने के साथ-साथ सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है जिसे वार्षिक गति कहते हैं. (7) पृथ्वी सूर्य की एक परिक्रमा 365 दिन 6 घंटे 48 मिनट और 45.51 सेकेंड में पूरा करती है.
Q.पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूर्ण करने में कितना समय लगता है?
Ans.पृथ्वी की दूसरी गति जो सूर्य के चारों ओर कक्ष में होती है उसे परिक्रमण कहा जाता है। पृथ्वी एक वर्ष या 36514 दिन में सूर्य का एक चक्कर लगाती है। हम लोग एक वर्ष 365 दिन का मानते हैं तथा सुविधा के लिए 6 घंटे को इसमें नहीं जोड़ते हैं।
Q.सूर्य देव के गुरु कौन थे?
Ans.बजरंगबली, पवन पुत्र, अंजनी पुत्र जैसे 108 नाम हनुमान जी के हैं। हर नाम का अर्थ उनके जीवन का सार बताता है।
Q.सूर्य देव की उत्पत्ति कैसे हुई?
Ans.यह सुनकर देवी अदिति ने दिव्य तेज से प्रज्वल्लित हो रहे बालक को जो उनके गर्भ में पल रहा था, अपने उदर से बाहर कर दिया। उस समय सूर्य देवता शिशु के रूप में अदिति के गर्भ से प्रकट हुए। यह बालक आगे चलकर मार्तंड नाम से विख्यात हुआ। बता दें कि ब्रह्मपुराण में अदिति के गर्भ से जो सूर्य का अंश जन्मा था उसे विवस्वान कहा गया है।
Q.सूरज किसका प्रतीक है?
Ans.सूर्य ऊर्जा का प्रतीक है.
Q.सूर्य का चित्र किसका द्योतक बन गया ?
Ans.धरती पर करोड़ों साल तक केवल जानवरों और वनस्पतियों का राज्य रहा। प्रश्न 5. सूर्य का चित्र किसका द्योतक बन गया? आगे चलकर सूर्य का चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया
Q.सूरज वेद क्या है?
Ans.आज हम अपको बता रहे है कि सूर्य के भ्रमण से वास्तु शास्त्र का क्या सम्बन्ध है.. सूर्योदय के पूर्व 4 बजे से 6 बजे का समय ब्रहम मुहूर्त माना गया है। यह समय असीम उर्जा का भण्डार होता है। इस समय सूर्य ईशान कोण(पूर्व-उत्तर) में रहता है।
Q.सूर्य कौन सी दिशा में?
Ans.आज तक सभी यही सोचते हैं कि सूरज पूर्व दिशा से निकलता है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो अब इस तथ्य में थोड़ा बदलाव आ गया है। अब सूरज पूरब से नहीं निकलता है। कुछ भौगोलिक बदलाव के चलते अब सूरज पूर्व से नहीं निकलता है। सूरज ने अपना स्थान पूर्व से घुमाकर दक्षिण—पूर्व कर लिया है।
Q.सूर्य भगवान को जल में क्या डालकर चढ़ाएं?
Ans.सूर्य को जल अर्पित करते हुए उसमें पुष्प या अक्षत (चावल) जरूर रखें. कई लोगों का मानना है कि जल अर्पित करते समय पैर में जल की छीटें पड़ने से फल नहीं मिलता, लेकिन ऐसा नहीं होता है.
Q.रविवार को सूर्य को जल कैसे दे?

Ans.सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय जरूरी बातें –

जल देते समय दोनों हाथों से तांबे के पात्र को पकड़े। – सूर्य को जल अर्पित करते हुए उसमें पुष्प या अक्षत (चावल) जरूर रखें। – दोनों हाथों से सूर्य को जल देते हुए ये ध्यान रखें की उसमें सूर्य की किरणों की धार जरूर दिखाई दे। – पूर्व दिशा की ओर ही मुख करके ही जल देना चाहिए।

Q.सूर्यदेव को जल चढ़ाने से क्या फायदा?
Ans.सूर्य देव को जल चढ़ाने से हर इंसान की नौकरी में उन्नति और लाभ होता है। इससे आपके आत्मविश्वास बना रहेगा जिससे अधिकारीगण आपसे खुश रहते हैं। इसके लिए सूर्य को जल देना बहुत ही लाभप्रद होता है। इसकी वजह यह है कि ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को राजा, राजकीय क्षेत्र, पिता और नौकरी में अधिकारी का कारक माना गया है।
Q.सूर्य का दूसरा नाम क्या है?
Ans.आदित्य- भगवान सूर्य, ऋषि कश्यप और अदिति के पुत्र होने कारण, माता अदिति के नाम पर इनका नाम सूर्य रखा गया है. अदिति का अर्थ होता है- जो राग-द्वेष से ऊपर हो और जिस पर किसी का वश न चलता हो. दिनकर- दिन का स्वामी या दिन की शुरुआत सूर्य से होने के कारण, सूर्य को दिनकर भी कहा जाता है.
Q.सूर्य के कितने नाम होते हैं?
Ans.अगर नहीं तो बता दें कि सूर्यदेव के 108 नाम बताए गए हैं जिनकी जानकारी हम आपको यहां दे रहे हैं। Surya 108 Names: आज रविवार के दिन सूर्यदेव की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार, सूर्यदेव ऐसे देव हैं जो साक्षात् दिखाई देते हैं। इनका वर्णन वेदों और पुराणों में भी उल्लेखित है।
Q.सूर्य की परिक्रमा कैसे करे?
Ans.मंत्र का जप करने के बाद सीधे हाथ में जल लेकर अपने चारों ओर सुरक्षा कवच स्थापित हो रहा हैं इस भाव से छिड़कना चाहिए, फिर अपने स्थान पर ही खड़े होकर तीन बार दाहिने हाथ की ओर से घुमकर परिक्रमा करना चाहिए । इस पूरे क्रम के बाद सूर्य को तांबे के पात्र से अर्घ्य दें । ऐसा करने से उपासक के उपर सूर्य की कृपा बरसने लगती है ।

Q.सूर्य को जल देने का सही समय क्या है?

Q.सूर्य का जन्म कब और कैसे हुआ?
Ans.बहुत बड़ी द्रव्य राशि केंद्र में केंद्रित हुई, जबकि शेष बाहर की ओर चपटकर एक डिस्क में तब्दील हुई जिनसे ग्रह व अन्य सौरमंडलीय निकाय बने। बादल के कोर के भीतर के गुरुत्व व दाब ने अत्यधिक उष्मा उत्पन्न की वैसे ही डिस्क के आसपास से और अधिक गैस जुड़ती गई, अंततः नाभिकीय संलयन को सक्रिय किया। इस प्रकार, सूर्य का जन्म हुआ।
Q.भूत कितने दिनों में सूर्य की एक परिक्रमा पूर्ण करता है?
Ans.इसे संदेशवाहक देवता का नाम इस कारण मिला क्योंकि यह ग्रह आकाश में काफी तेजी से गमन करता है, लगभग 88 दिन में अपना एक परिक्रमण पूरा कर लेता है।
Q.ब्रह्मांड में कितने सूर्य है?
Ans.यह ग्रह इतना अजीब है कि यहां एक-दो नहीं, बल्कि 3 सूर्य हैं। वहां का एक साल धरती के एक हजार साल के बराबर होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि एक ही ग्रह के 3 सूर्य होना काफी दुर्लभ है। वैसे उनका यह भी कहना है कि ब्रह्मांड में कुदरत के इतने रहस्य हैं कि ना जाने क्या-क्या नई और अनोखी बातें पता चलें।
Q.सूर्य के केंद्रीय भाग का तापमान कितना होता है?
Ans.ध्यातव्य है कि सूर्य के केंद्र (Core) का तापमान लगभग 1.50 करोड़ डिग्री सेल्सियस है, जबकि इसकी सतह, जिसे फोटोस्फीयर (Photosphere) कहते हैं, का तापमान मात्र 5,700 डिग्री सेल्सियस है। सूर्य के चारों ओर उपस्थित इसका वायुमंडल, जिसे कोरोना (Corona) कहते हैं, का तापमान इसकी सतह से बहुत अधिक है।
Q.सूर्य का महत्व क्या है?
Ans.सूर्य एक प्राकृतिक चिकित्सालय है। सूर्य की सप्तरंगी किरणों में अद्भुत रोगनाशक शक्ति है। सुबह से शाम तक सूर्य अपनी किरणों, जिनमें औषधीय गुणों का अपार भंडार है, अनेक रोग उत्पादक कीटाणुओं का नाश करता है। टीबी के कीटाणु उबलते पानी से भी जल्दी नहीं मरते, वे सूर्य के तेज प्रकाश से शीघ्र नष्ट हो जाते हैं।
Q.सूर्य भगवान की बहन कौन थी?
Ans.छठ मैया, सूर्यदेव की बहन हैं और सूर्योपासना से वह प्रसन्न होकर घर परिवार में सुख-शांति प्रदान करती हैं। षष्ठी देवी को ही छठ मैया कहा गया है। षष्ठी देवी को ब्रह्मा की मानसपुत्री भी कहा गया है, जो निसंतानों को संतान प्रदान करती हैं। संतान को दीर्घायु प्रदान करती हैं।
Q.सूर्य का हमारे जीवन में क्या महत्व है?
Ans.सूर्य एक प्राकृतिक चिकित्सालय है। सूर्य की सप्तरंगी किरणों में अद्भुत रोगनाशक शक्ति है। सुबह से शाम तक सूर्य अपनी किरणों, जिनमें औषधीय गुणों का अपार भंडार है, अनेक रोग उत्पादक कीटाणुओं का नाश करता है। टीबी के कीटाणु उबलते पानी से भी जल्दी नहीं मरते, वे सूर्य के तेज प्रकाश से शीघ्र नष्ट हो जाते हैं।
Q.सूरज हमारे लिए क्यों जरुरी है?
Ans.इसलिए, सूरज हमारे लिए विटामिन डी का बुनियादी स्रोत है. ये शरीर में 200 जीन्स को काम को नियंत्रित करता है. उसके अलावा, विटामिन डी हड्डियों, आंत, इम्यून, हृदय प्रणाली, पैन्क्रियाज, मसल्स, ब्रेन को प्रभावित करता है. इस तरह, सूरज की रोशनी से विटामिन डी का दैनिक डोज हासिल करना कई बीमारियों को रोक सकात है
Q.अगर एक दिन सूरज न निकले तो क्या होगा?
Ans.यहां जानिए क्या होगा असर
जैसे-जैसे पृथ्वी ठंडी होती जाएगी धरती से जीवों का अस्तित्व मिटने लगेगा। धरती पर अंधेरा छा जाएगा। पेड़-पौधे भी मृत हो जाएंगे। धरती पर ठंड तेजी से बढ़ेगा।
Q.सूर्य क्या काम करता है?
Ans.सूर्य या सूरज हमारे लिए बहुत अधिक महत्त्वपूर्ण हैं। वह हमें रोशनी और गर्मी देता है जिसके कारण ही यह धरती रहने के लिए एक सुखद और रोशन जगह बनती हैं। सूरज के बिना धरती बिल्कुल ठंडी जाएगी और सब और अँधेरा होगा।
Q.क्या हम सूर्य पर जा सकते हैं?
Ans.सूर्य तक पहुंचने के लिए नासा ने पार्कर सोलर प्रोब को सफलता पूर्वक प्रक्षेपित किया है. … सूरज तक पहुंचने में इस अंतरिक्ष यान को 1377 डिग्री सेल्सियस तापमान से गुजरना होगा.
Q.सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य बड़ा क्यों दिखाई देता है?

Ans.सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक आने में आठ मिनट उन्नीस सेकेंड का समय लगता है। शाम के समय प्रकाश के हल्के और कमजोर होने से सूर्य हमें स्पष्ट और पूरा दिखाई देता है परंतु जब सूर्य दोपहर के समय ठीक पृथ्वी के ऊपर होता है,उस समय उसकी तेजस्वी किरणें पृथ्वी की ओर आती हैं। … इसलिए सूर्योदय और उसके अस्त होते समय आकार बड़ा नजर आता है।

Q.सूर्य किसका परिक्रमा करता है?
Ans.जिस प्रकार पृथ्वी और अन्य ग्रह सूरज की परिक्रमा करते हैं उसी प्रकार सूरज भी आकाश गंगा के केन्द्र की परिक्रमा करता है। इसको परिक्रमा करनें में २२ से २५ करोड़ वर्ष लगते हैं, इसे एक निहारिका वर्ष भी कहते हैं। इसके परिक्रमा करने की गति २५१ किलोमीटर प्रति सेकेंड है।
Q.सूर्य क्या है ग्रह या उपग्रह?

Ans.

3122 फ्लोरेंस

१३० इलेक्ट्रा
ऑर्कस
Sun/Moons
Q.कितने बजे दिन डूबता है?
Ans.सूर्योदय 06:16, खगोलीय दोपहर: 11:50, सूर्यास्त: 17:24, दिन की अवधि: 11:08, रात की अवधि: 12:52.
Q.सूर्यास्त के समय आकाश में कौन कौन से परिवर्तन दिखाई पड़ते हैं?
Ans.राख से लीपा हुआ चौका। बहुत काली सिल। स्लेट पर या लाल खड़िया चाक मलना। किसी की गौर झिलमिल देह का हिलना।
Q.सूर्य पूरब में उगता है और पश्चिम में डूबता है क्यों?
Ans.सूर्य पूरब दिशा में उगता और पश्चिम में डूबता हुआ इसलिए लगता है क्योंकि पृथ्वी अपनी धुरी पर लगातार घूमती रहती है और यह सूर्य के चांरो ओर चक्कर लगाती है । चूंकि पृथ्वी पश्चिम से पूरब की और अपनी धुरी पर घूमती है इसलिए हमें ऐसा लगता है कि सूर्य पूर्व से उगता है और पश्चिम में अस्त होता।
Q.सूर्य कितने बजे उगता है?
Ans.सूर्योदय: सुबह 06:34 बजे, सूर्यास्त: शाम 05:35 बजे। सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए तांबे के पात्र का प्रयोग करें।
Q.सूरज कितने बजे डूबता है शाम को?
Ans.सूरज आधी रात को डूबता है, लेकिन सुबह 4.30 बजे फिर से उदय हो जाता है।
Q.सौर परिवार में कितने उपग्रह हैं?
Ans.हमारे सूरज और उसके ग्रहीय मण्डल को मिलाकर हमारा सौर मण्डल बनता है। इन पिंडों में आठ ग्रह, उनके 172 ज्ञात उपग्रह, पाँच बौने ग्रह और अरबों छोटे पिंड शामिल हैं
Q.कौन सा ग्रह सूर्य से सबसे दूर है?

Ans.सूर्य पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ किलोमीटर दूर है। ग्रह हमारे सौरमंडल में आठ ग्रह हैं। सूर्य से दूरी के अनुसार, वे हैं: बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेप्च्यून।

Q.सूर्य से सबसे नजदीक ग्रह का क्या नाम है?
Ans.वैज्ञानिकों ने सूर्य के सबसे नजदीकी ग्रह बुध की कक्षा में पृथ्वी से भेजे एक अंतरिक्ष यान को स्थापित करने में कामयाबी हासिल कर ली है. नासा का खोजी यान बुध के दीर्घवृत्ताकार कक्षा में गुरुवार को पहुंच गया है.
Q.पृथ्वी सूर्य के सबसे निकट कब होती है?
Ans.जब पृथ्वी उपसौर पर होती है, यह सूर्य से लगभग 14.7 करोड़ कि॰मी॰(3 जनवरी) (9.1 करोड़ मील) दूर होती है। जब अपसौर पर होती है, सूर्य से 15.2 करोड़ कि॰मी॰ (9.5 करोड़ मील) दूर होती है। पृथ्वी, अपसौर (4 जुलाई)पर उपसौर पर की अपेक्षा सूर्य से 50 लाख कि॰मी॰ (30 लाख मील) ज्यादा दूर होती है।
Q.सूर्य से तीसरे क्रम के ग्रह का क्या नाम है?

Ans.सूर्य से दूरी के अनुसार, वे हैं: बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेप्च्यून।

Q.सूर्य का मार्ग क्या कहलाता है?

Ans.सूरज के चलने का मार्ग सूर्यपथ कहलाता है, पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर एक निश्चित पथ या कक्षा में गति करना परिक्रमण कहलाता है।
Q.सूर्य से तीसरा ग्रह सबसे नजदीक कौन सा है?

Ans.सूर्य से तीसरा सबसे नजदीक ग्रह कौन-सा है?

  • शुक्र
  • पृथ्वी
  • बुध

Q.सूर्य में कौन सी ऊर्जा होती है?

Ans.सूर्य की ऊर्जा उसी में से आती है. अन्य तारों की तरह सूर्य मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है. सूर्य यह ऊर्जा अपने केंद्र में पैदा करता है जिस प्रक्रिया को परमाणु विलय कहा जाता है.

Q.सूर्य का जन्म कैसे हुआ?

Ans.बहुत बड़ी द्रव्य राशि केंद्र में केंद्रित हुई, जबकि शेष बाहर की ओर चपटकर एक डिस्क में तब्दील हुई जिनसे ग्रह व अन्य सौरमंडलीय निकाय बने। बादल के कोर के भीतर के गुरुत्व व दाब ने अत्यधिक उष्मा उत्पन्न की वैसे ही डिस्क के आसपास से और अधिक गैस जुड़ती गई, अंततः नाभिकीय संलयन को सक्रिय किया। इस प्रकार, सूर्य का जन्म हुआ।

Q.सूर्य देव के पिता कौन है?

Ans.सूर्य देवता

सूर्य
जीवनसाथीसंध्या, राज्ञी, प्रभा, छाया
माता-पितामहर्षि कश्यप (father) देवी अदिति (mother)
भाई-बहनभगवान वामन , भगवान इंद्र , वरुणदेव , अग्निदेव , वरुणदेव , मार्तण्ड सहित अन्य आदित्य
संतानकर्ण , यमराज , यमुना , शनि , भद्रा , सुग्रीव , कालिंदी , अश्वनीकुमार नात्सय और दस्र

Q.सूर्य का व्यास कितना है?

Ans.1,392,700 कि.मी.

Q.हमारी पृथ्वी का एकमात्र ग्रह कौन सा है?

Ans.चन्द्रमा चन्द्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है।

Q.सूर्य के चारों ओर घूमने वाले खगोलीय पिंड क्या कहलाते हैं?

Ans.सूर्य के चारो ओर घूमने वाले खगोलीय पिंड ग्रह कहलाते है।

Q.सूर्य का सबसे गर्म क्षेत्र कौन सा है?

Ans.शुक्र सूरज से लगभग 10 करोड़ 80 लाख किलोमीटर दूर है तथा अपनी सतह पर पड़ने वाले 30% प्रकाश को ऊष्मा के रूप में अवशोषित कर लेता है। इसके सतह का तापमान इतना होता है कि सीसा मात्र कुछ सेकेंडों में पिघल जाए। शुक्र पर सूर्य के प्रकाश को पहुंचने में 6 मिनट का समय लगता है यानी पृथ्वी से कुल 2 मिनट 20 सेकंड कम!

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पुस्तक की श्रेणी/ Category : साहित्य/ Literature

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